tag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post3100661080045564892..comments2022-10-29T03:56:52.366-07:00Comments on M A N A J A R I : k.joglekarhttp://www.blogger.com/profile/17284967212222142828noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-14282312692652957882011-04-11T11:09:27.194-07:002011-04-11T11:09:27.194-07:00शुक्रिया हरकीरत जी ,शुक्रिया हरकीरत जी ,k.joglekarhttps://www.blogger.com/profile/17284967212222142828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-85350599846682983392011-04-08T06:23:01.913-07:002011-04-08T06:23:01.913-07:00दिखला गया
वह एक पल
एक शाश्वत सत्य,
क़ि जीवन नश्वर...दिखला गया<br />वह एक पल <br />एक शाश्वत सत्य,<br />क़ि जीवन नश्वर है<br />और छोड़ गया<br />आत्ममंथन के लिए<br />अनुत्तरित से कुछ प्रश्न<br /><br />जोगलेकर जी एक बार फिर इस सामयिक अद्भुत रचना को पढ़े जा रही हूँ ....<br />आपकी कलम में गहन अभिव्यक्ति है ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-23732861158364282792011-04-07T09:23:17.634-07:002011-04-07T09:23:17.634-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.k.joglekarhttps://www.blogger.com/profile/17284967212222142828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-75052638364193704522011-04-06T20:10:31.417-07:002011-04-06T20:10:31.417-07:00कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को स...कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...<br /><br />वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए <br />डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-58919800174584000232011-04-06T20:08:34.201-07:002011-04-06T20:08:34.201-07:00प्रकृति माँ है
कितनी चोटे सहे
कब तक सहे...
कभी तो ...प्रकृति माँ है<br />कितनी चोटे सहे<br />कब तक सहे...<br />कभी तो चरमराएगी,<br />कभी तो रोएगी,<br />कभी टूटेगी.......<br /><br />यह सच्चाई है इससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता ..पर यह सोचना है कि इसका जिम्मेवार कौन है ..????..आपका आभार इस सार्थक रचना के लिएकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-57182755367912673072011-03-31T05:25:13.768-07:002011-03-31T05:25:13.768-07:00अपने ब्लॉग पर आपकी कमेंट देखी तो यहां आई । आना सार...अपने ब्लॉग पर आपकी कमेंट देखी तो यहां आई । आना सार्थक हुआ आपकी लेखनी मे जबरदस्त ताकत है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-65920001731327228672011-03-31T05:13:01.804-07:002011-03-31T05:13:01.804-07:00जो बोया हमने वही तो काटा । यही सत्य है पिर भी तो ह...जो बोया हमने वही तो काटा । यही सत्य है पिर भी तो हम इससे अनजान बनते हैं और बगैर काटने कि चिंता किये उलटा सीधा बोये जाते हैं ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207254663318451608.post-31491827957057526012011-03-31T01:25:14.658-07:002011-03-31T01:25:14.658-07:00शाश्वत सत्य से परिचित कराती प्रभावशाली कविता ....!...शाश्वत सत्य से परिचित कराती प्रभावशाली कविता ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.com